इंटरनेट क्या है ?
Internet एक ऐसा उपकरण है जोकि कंप्यूटर के द्वारा पूरे विश्व में हज़ारों , लाखो कंप्यूटर्स को एक दूसरे से जोड़ा रखता है । इंटरनेट को हम विभिन्न नेेेेेटवर्क का एक विश्व स्तरीय समूह भी कह सकते है । जिको नेटवर्क भी कहते है । इस नेटवर्क में हजारों और लाखो कंप्यूटर एक दुसरे से जुड़े रहते है। साधारणत: कंप्यूटर को टेलीफोन लाइन द्वारा इंटरनेट से जोड़ा जाता है। लेकिन इसके अतिरिक्त बहुत से साधन है। जिसमे कंप्यूटर इंटरनेट से जुड़ सकता है।
Read also – Hindi में typing कैसे करे ? How To type in hindi?
इंटरनेट किसी एक कंपनी या सरकार से नही जुड़ा होता है । लेकिन इसमें बहुत से सर्वर जुड़े हैं ।जो अलग अलग संस्थाओं या प्रायवेट कंपनीयों के होते हैं। कुुुछ फेमस इंटरनेट सर्वर है – world wide web, file transfer , protocol आदि । जिससे हम जानकारी प्राप्त कर सकते है। इंटरनेट को हम विश्वव्यापी जानकारी का माध्यम कह सकते है। किसी भी प्रकार की जानकारी को प्राप्त करने के लिए इंटरनेट सबसे सस्ता माधियाम है। विभिन्न जानकारीयॉं जैसे रिपोर्ट, लेख, आदि को प्रदर्शित करने का बहुत उपयोगी साधन हैं।
इंटरनेट दो वस्तुओ के कारण ही संभव होता है। जिसमे की एक सर्वर ओर एक क्लिंट होता है।इन्टरनेट क्लाइंट सर्वर पर आधारित है जिसमे आपका कंप्यूटर या मोबाइल जो इन्टरनेट पर मौजूद सूचनाओं का प्रयोग कर रहे हैं वो क्लाइंट कहलाते हैं और जहाँ यह सुचना सुरक्षित रखी है उन्हें हम सर्वर कहते हैं ।
इंटरनेट पर राखी सूचनाओ को प्राप्त करने के लिए एक संचालक की आवश्यकता होती है जैसे कि वेेेब ब्राउज़र कहते है ।इंटरनेट पर बहुत से वेब ब्राउज़र उपलब्ध है । जैसे कि google, bing आदि ।
ये क्लाइंट प्रोगाम होते है तथा हायपर टेक्स्ट(http) दस्तावेजो के साथ सांझा करने और उन्हें प्रदर्शित करने में सक्षम होते है | हम वेब ब्राउजर का यूज कर इन्टरनेट पर उपलब्ध विभिन्न सेवाओ का यूज कर सकते है |
इंटरनेट कब बना और कैसे बना ?
1969 में arpanet नाम का एक नेटवर्क बनाया गया, जो चार कंप्यूटर को जोड़ कर बनाया गया था, तब इन्टरनेट की प्रगति सही तरीके से चालू हुई | 1972 तक इसमें जुड़ने वाले कंप्यूटर की संख्या 37 हो गई थी | 1973 तक इसका विस्तार इंग्लैंड और नार्वे तक हो गया | 1974 में Arpanet को सामान्य लोगो के लिए प्रयोग में लाया गया, जिसे टेलनेट के नाम से जाना गया | 1982 में नेटवर्क के लिए सामान्य नियम बनाये गए इन्हें प्रोटोकॉल कहा जाता है| इन प्रोटोकॉल को TCP/IP (Transmission control protocol/Internet Protocol) के नाम से जाना गया | 1990 में Arpanet को समाप्त कर दिया गया तथा नेटवर्क ऑफ नेटवर्क के रुप में इन्टरनेट बना रहा | वर्तमान में इन्टरनेट के माध्यम से लाखो या करोंड़ों कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े हुए है | विदेश संचार निगम लिमिटेड भारत में इन्टरनेट के लिए नेटवर्क की सेवाए प्रदान करती है | (हालांकि इंटरनेट की सुरुवात अमेरिका सेना के लिए किया गया था| शीत युद्ध के समय अमेरिकन सेना एक अच्छी, बड़ी, विश्वसनीय संचार सेवा चाहती थी | )
इंटरनेट कैसे चलाये
इंटरनेट चलाने के लिए हमे एक कंप्यूटर या वर्तमान में चलने वाले स्मार्टफोन की जरूरत होती है जिससे कि हम इंटरनेट का उपयोग कर सकते है । इसके साथ ही हमे इंटरनेट सेवा सुरु करवाने के लिए अपने फ़ोन में नेट का रिचार्ज करना होता है या ओहिर घर पर wifi लगवाना होता है जिससे कि नेट चलता है। इंटरनेट में 2 वस्तुओ की आवश्यकता होती है जिसमे की पहला है कि जो इंटरनेट चला सकता है और दूसरा जिससे इंटरनेट चलता है , जो इंटरनेट चलता है उसे client कहते है और जिससे कि इटरनेट चलता है उसे सर्वर कहते है ।
अंतिम सबध – हालांकि इंटरनेट पूरी तरह से फ्री है परन्तु तब भी डिस्ट्रीब्यूटर इंटरनेट के पैसे लेते है हम आपको बता दे कि यह जो पैसे डिस्ट्रीब्यूटर्स यूजर से लेते है वो केवल इसकी देख भाल के लिए ही लेते है । जैसे कि – इंटरनेट को यूजर के घर तक पहचान और अगर उसमे कुछ खराबी है तो उसको ठीक करना में वोह घन राशि ली जाती है ।
Internet server – Google